तेज़ रफ़्तार वाहन की चपेट में आई निराश्रित गाय, गंभीर रूप से घायल
– इस प्रकार की दुर्घटनाएं करने वाले चालकों के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई – सोनू शर्मा
मारहरा (एटा)। मंगलवार को नगरिया मोड रोड पर गांव मोतीपुर के पास तेज़ रफ़्तार वाहन की चपेट में आकर एक निराश्रित गाय गंभीर रूप से घायल हो गई। हादसे के बाद मौके पर मौजूद स्थानीय नागरिक अमित कुमार ने राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी एटा को सूचना दी। जिलाध्यक्ष सोनू शर्मा अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर तुरंत पहुंचे और घायल गाय को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
पशुपालन विभाग को सूचना दिए जाने पर कुछ ही देर में पशु चिकित्सक मौके पर पहुंचे और गाय का प्राथमिक उपचार किया। डॉक्टर ने बताया कि गाय के शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं और उसकी स्थिति नाजुक है।
राष्ट्रीय गौरक्षा वाहिनी एटा के जिलाध्यक्ष सोनू शर्मा ने बताया कि सड़कों पर निराश्रित गोवंशों के साथ दुर्घटनाओं की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से मिलकर दुर्घटनाएं करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी। इसके साथ ही, निराश्रित गोवंशों को गौशाला भेजने के लिए एक अभियान चलाने की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
दुर्घटना से बचाने के लिए निराश्रित गौवंशों के गले में बांधी रेडिएशन बेल्ट…
इस मौके पर सोनू शर्मा के साथ गौरक्षक अमित यादव, दिनेश यादव, प्रीतेश दीक्षित, गुलशन यादव, और अवनीश यादव सहित कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।
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क्या कहते हैं गौसेवक…
सड़कों पर निराश्रित गायों की बढ़ती संख्या और उनके साथ हो रहे हादसे गंभीर चिंता का विषय हैं। तेज़ रफ़्तार वाहनों से इन गायों की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है। गौशालाओं की संख्या बढ़ाकर और उनके रख-रखाव को बेहतर बनाकर निराश्रित गायों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा सकता है। इसके अलावा, वाहनों की गति सीमा पर नियंत्रण और सड़क पर जागरूकता अभियान चलाकर भी गायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है। पुलिस विभाग और पशुपालन विभाग के समन्वय से दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि गौवंश की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके।